देश के विभाजन की दर्दनाक स्मृति को दर्शाती विभाजन विभीषिका प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि अलीगढ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर क्रांतिकारी मोहनलाल गौतम के भतीजे व पंडित छोटेलाल गौतम के पुत्र कामेश कुमार गौतम ने किया। इस दौरान अपने संबोधन में कामेश कुमार गौतम ने कहा अखंड भारत का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापन और मजबूरी में पलायन का एक दर्दनाक काला इतिहास है। यह एक ऐसी घटना है जिससे लाखों लोग अजनबियों के बीच विपरीत परिस्थितियों में एक नया आशियाना
ढूंढने को विवश थे। धार्मिक आधार पर एक हिंसक विभाजन ने जीवन शैली और वर्षो पुराने सहअस्तित्व के युग को समाप्त कर दिया।
कामेश गौतम ने कहा भारतीय मुस्लिम लीग के साथ-साथ उस समय की कांग्रेस व अन्य अनेक नेताओं की अक्षमता और अनुचित महत्वाकांक्षाओं के कारण इसका विरोध नहीं हो सका और अंततः अंग्रेज भारत माता का विभाजन करने में सफल हो गए। कामेश गौतम ने विभाजन विभीषिका में अपने प्राण गंंवाने वाले और पलायन की पीड़ा झेलने वाले लाखों भारत वासियों को नमन करते हुए कहा कि देश में ऐसा काला अध्याय फिर कभी ना आए। उक्त कार्यक्रम में मुकेश कुमार उपाध्याय स्टेशन अधीक्षक, राजीव वर्मा निरीक्षक थाना आरपीएफ, रजनीश शर्मा सीटीआई लाइन, मोहम्मद इसहाक यातायात निरीक्षक मुख्य रूप से उपस्थित हुए।