अचानक अलीगढ़ ही नहीं आसपास के क्षेत्रों मे भी आई फ़्लू का संक्रमण जोरों पर है। इसी संबंध में हमारे प्रतिनिधि ने महानगर के वरिष्ठ होम्यो चिकित्सक डॉ. एसके गौड़ ने विस्तृत वार्ता प्रस्तुत की है। उन्होंने कहा कि काला चश्मा देखते ही सोच लेना चाहिए कि इस व्यक्ति को भी आई फ्लू हो गया है। आई फ्लू से डरने की आवश्यकता नहीं। लेकिन सावधानी जरूर बरतनी चाहिए। यह छुआछूत की बीमारी है। लेकिन ऐसा नहीं कि प्रत्येक इंसान इसके संक्रमण में आ जाए। यदि ऐसा होता तो शायद अलीगढ़ से काले रंग शीशे वाले चश्मे ग़ायब हो जाते। आई फ्लू संक्रमण से चशमों की बिक्री बढ़ी है। जिनकी रोग से लड़ने की क्षमता इम्यून शक्ति ठीक-ठाक हैं उन्हें कुछ नहीं हो सकता।