आशा स्वास्थ्य विभाग की सबसे छोटी परन्तु सबसे मजबूत कड़ी होती है। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शासन प्रशासन को भी आप सभी पर पूरा भरोसा है। सभी को मालूम है कि विषम परिस्थितियों में भी आप पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ सौंपे गए दायित्यों का अच्छे से निर्वहन करती हैं। यह बातें आशा सम्मेलन में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने आशाओं के सम्मान में कही। डीएम ने कहा कि कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा आपको ग्लोबल हैल्थ लीडर-2022 से भी सम्मानित किया गया, जो कि अत्यन्त ही गर्व की बात है। आप सभी आशा बहनें ग्रामीण इलाकों में साक्षात ईश्वर की दूत बनकर अपनी और अपने परिवार की जान की परवाह किए बिना मैदान में उतरीं और कोरोना का डटकर मुकाबला किया, जिससे एक बहुत बड़ी आबादी कोरोना के प्रकोप से सुरक्षित रह सकी। आशा बहनें स्वास्थ्य विभाग में रीढ़ की तरह कार्य करते हुए स्वास्थ्य मानकों के लक्ष्य को हासिल कर रही हैं,इसके साथ ही उनके द्वारा स्वच्छता, सुरक्षित प्रसव, टीकाकरण, रक्तचाप, टीबी उन्मूलन, जननी सुरक्षा योजना, कन्या सुमंगला योजना एवं पोषण के क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं। आशा बहनें सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की जन-जन तक पहुंच सुनिश्चित कराने में अपना अहम योगदान दे रहीं हैं,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने आशा बहनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी अपने कार्य को रूचिकर बनाते हुए शासन द्वारा संचालित जनहितकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि आपके रडार में आते ही गर्भवती महिला का खाता संख्या एवं आधार कार्ड दे दें, ताकि पोषक आहार के लिए दी जाने वाली धनराशि समय से लाभार्थी के खाते में जमा की जा सके। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा बहनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।