इमाम हुसैन और करबला वालों की याद में ज़ाकिर नगर में अंजुमन आशिक़ाने हुसैन की तरफ़ से एक सबील लगाकर राहगीरों और अज़ादारों को पानी और शरबत पिलाया गया। इस मौके पर मोहम्मद मोहसिन ने कहा कि प्यासों को पानी पिलाना सवाब है यह इमाम हुसैन की सुन्नत है। मौ. आदिल फ़राज़ ने कहा कि हम दुनिया को हुसैन का पैगाम देना चाहते हैं कि वह मोहब्बत और भाईचारे को आम करना चाहते थे। यह सबील लगाकर पानी पिलाना इस बात का सबूत है कि हम अमन के चाहने वाले और मोहब्बत के तलबगार हैं। इस मौके पर मो. फरहान, मो. हसीन खान मौ. अदनान खान, मौ. हसनेन खान मौ. शाहरूख मौ. फरहान ने मिलजुलकर सबील लगाई।