विद्युत वितरण कम्पनियों ने उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के समक्ष ए आर आर दे कर पूरे प्रदेश में विद्दयुत दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया हुआ है। आयोग ने इस पर जन सुनवाई 27 अप्रैल को आगरा में की। उत्तर प्रदेश ऊद्योग व्यापार् प्रत्तिनिधि मण्डल अलीगढ महानगर के अध्यक्ष सतीश माहेश्वरी ने बताया कि ए आर आर की गहन जांच कर वरिष्ठ पदाधिकारियो ओपी राठी चेयरमैन, बाय एम झा,प्रदीप सिंघल, अखिल गुप्ता ने आज नियामक आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह के समक्ष तर्क दिए कि ऊद्योग के लिए बिजली अभी भी पंजाब, हरियाणा, व अन्य राज्यो से मंहगी है, फिक्स्ड चार्जेज भी यू पी में काफी ज्यादा है। पावर कॉर्पोरेशन ने अनाब शनाब फर्जी खर्चे दिखा कर घटा दर्शाया है, जिससे विद्युत दर बढ़ सके। सतीश माहेश्वरी ने कहा कि बिजली चोरी रोकने व लाइन लॉस जो देश मे लगभग उच्चतम है, रोकने को कोई सुझाव बिजली कम्पनी के पास नही है। व तर्क दिया कि ये ए आर आर झूठ का पुलंदा है, उत्तर प्रदेश ऊद्योग व्यापार् प्रत्तिनिधि मण्डल ने विद्दयुत वितरण कम्पनियों के इस सुझाव को न मानने का आग्रह किया है। व साथ ही मांग की है सिक्योरिटी पर ब्याज कमसे कम 12% व हर वर्ष अप्रैल में दी जानी चाहिये।आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह ने व्यापार् मण्डल के सुझावों पर सहमति देते हुए आश्वस्त किया कि उपरोक्त विषयमे व्यापार् मण्डल के सुझावों को ध्यान में रख कर उचित निर्णय लिया जाएगा।