
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के गैर शिक्षण कर्मचारी अपने रुके हुए वेतन और कुछ कर्मचारियों के रोजगार विस्तार को देखते हुए काली पट्टी बांधकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के लगभग 1,600 कर्मचारियों ने दिसंबर महीने के अपने रोके गए वेतन और कुछ के रोजगार के विस्तार की मांग को लेकर पिछले दस दिनों में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर प्रशासन ब्लॉक और कुलपति के लॉज में तीन बार विरोध प्रदर्शन किया है। कर्मचारियों को ज्ञापन दिया गया है। जिसे देखते हुए आज कर्मचारी सिर और हाथ पर काली पट्टी बांधकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
खबरों के मुताबिक खालिद गैर-शिक्षण कर्मचारी एक बार फिर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि सरकार की तरफ से वेतन आने पर कर्मचारियों को वेतन दिया जाएगा और कर्मचारियों की नौकरी छह महीने के लिए बढ़ा दी गई है.
कर्मचारियों का कहना है कि विगत कई वर्षों से विवि प्रशासन ने चयन समिति क्यों नहीं बनाई, विवि में बड़ी संख्या में गैर शिक्षक कर्मचारी हैं जो दैनिक वेतन पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन हर साल 31 दिसंबर को एक साल के लिए कर्मचारियों के रोजगार का विस्तार करता था, लेकिन इस बार इसे नहीं बढ़ाया गया, जिससे हमें लगा कि वे हमें नौकरी से निकालने की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए हमने व्यापक रूप से 31 दिसंबर को बढ़ा दिया है। प्रशासन ने जिस दिन छह माह का एक्सटेंशन दिया था, उस दिन भी प्रखंड में विरोध प्रदर्शन किया था, सभी कर्मचारियों का वेतन भी नहीं रोका गया था, जिसे बहाल करने की वे कई बार मांग कर चुके हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि अब हमें वेतन से ज्यादा नौकरी की चिंता है, सेलेक्शन कमेटी बनाकर हमारी नौकरी स्थायी की जाए।