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आज श्री वार्ष्णेय मंदिर में एक कदम सनातन की ओर कार्यक्रम के पंचम सोमवार के दिन सभी बच्चों के महादेव बाबा का त्रिपुंड लगाया गया। उसके बाद डॉक्टर ऋषभ देव शर्मा ने बताया कि जो शिव लिंग का रूप है वह शिव है जो बघांबर सर्प इत्यादि जो पहनकर हैं वह शंकर का रूप है शंकर भगवान त्रिदेव में से एक हैं शिव अनादि हैं जो शिव लिंग है वह सत्य का प्रतीक है इसीलिए सत्यम शिवम सुंदरम कहा जाता है दुनिया में सबसे सुंदर चीज सत्य है और सत्य ही शिव है अन्य धर्मों में एक एक दो दो ग्रंथ हैं। जबकि सनातन धर्म में चार वेद, छ शास्त्र, अठ्ठारह पुराण, बीस स्मृतियां, 120 उपनिषद और अनेक नीतियां व अनेक सहेंता है इन सबके भी एक एक उपखंड है। जैसे चार वेदों के चार उपवेद हैं ऐसे ही सभी पुराणों के उपपुराण ऐसे अन्य अन्य सैकड़ों ग्रंथ है। केवल सनातन संस्कृति में ही वर्ष के 365 दिन से भी ज्यादा तीज त्योहार होते हैं अतः सम्पूर्ण पृथ्वी का सबसे प्राचीन ज्ञानमय, त्यागमय उत्सवपूर्ण धर्म सनातन धर्म ही है इसके बाद आरएसएस के शैलेंद्र शालू जी ने बच्चों को भारत के सम्राट अशोक व भारत की गौरवशाली परंपरा के बारे में बताया, सम्राट अशोक के शासन में भारत की सीमाएं चीन , अफगानिस्तान, जापान, ईरान, आदि तक फैली हुई थी। इसके बाद आरएसएस के मुकेश बंटी जी ने बच्चों से एक गीत देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे, सूरज हमें रोशनी देता हवा नया जीवन देती है गवाया, आज के मुख्य संयोजक गौरव एल्ड्रॉप व यतीश वार्ष्णेय खोबा रहे व सेवादार समिति के राहुल गुप्ता स्क्रैप, एडवोकेट मनोज वार्ष्णेय, अंकित वार्ष्णेय, शैलेंद्र कुमार शैलु, पारस गुप्ता, कृष्ण कुमार सीटू, आशीष राजा, कान्हा वार्ष्णेय, सुमित नौरतन, लकी बालाजी, मिलिंद वार्ष्णेय, कमल गुप्ता, गुंजित वार्ष्णेय आदि रहे।

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