ओडिशा कोरल मंडल एक्सप्रेस उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई जब वह यशवंत पुरम से हावड़ा के लिए रवाना हुई थी तभी अचानक उड़ीसा के बालासोर में शुक्रवार शाम को तीन ट्रेनें आपस में टकरा गई ।ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास तीन ट्रेनें इस तरह टकराईं मानो देश में कोई युद्ध छिड़ गया हो और गोलाबारी और बमबारी से सब अस्त-व्यस्त हो गया है. इस ट्रेन हादसे में एक के बाद एक ट्रेनें बेपटरी होकर दूसरे ट्रैक पर जा गिरीं और अन्य ट्रेनों को चपेट में लेती गईं.
इस बड़े रेल हादसे में 233 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी तक लगभग 1000 लोगों को गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। राहत एजेंसियों के लगभग 600 बचाव कर्मी का बचाव कार्य मैं जुटे हुए हैं। ट्रेन की बोगियों से लगातार मृत शरीर को बाहर निकल रहे है। इसी बीच राज्य के सीएम नवीन पटनायक ने इस हादसे के बाद राज्य में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। घटनास्थल की जानकारी लेने के लिए रेल मंत्री अश्विन वैष्णव तथा ममता बनर्जी साहित्य नवीन पटनायक भी पहुंचे।
शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की तस्वीर और साफ हुई और हादसे की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. एनडीआरएफ को बोगियों के बीच चिपके शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा. अब भी कई घायल ऐसे हैं जो क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसे हुए हैं !
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार (2 जून) शाम हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। अधिकारी ने बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। फिलहाल इस रूट की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैंने यह पता लगाने के लिए उच्च-स्तरीय जांच करने का आदेश दिया है कि यह दुर्घटना क्यों हुई। मुख्य कारण तक पहुंचना महत्वपूर्ण है। रेल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर पहुंच गए हैं। पीएम मोदी यहां घायलों से मिलेंगे और घटना का जायजा लेंगे।