
जट्टारी स्थित ध्यान साधना केंद्र पर श्री राम कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। कथा से पूर्व वैदिक मंत्रोचारण के बीच कलश और श्री रामायण ग्रंथ की स्थापना की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम से सुख शांति और समृद्धि की कामना की।
शुक्रवार को क़स्बा के ध्यान साधना केंद्र से पीले वस्त्र धारण किये 108 महिला श्रद्धालु कलश यात्रा में शामिल रहीं। कलश यात्रा का शुभारंभ ध्यान साधना केंद्र से जरतौली रोड, प्राचीन शिव मंदिर पांचविसा, माता मंदिर, पुलिस चौकी, सब्जी मंडी चौराहा, खैर बस स्टैंड व माधवनगर होते हुए ध्यान साधना केंद्र पर सम्पन्न हुई। इस बीच क़स्बा के व्यापारियों ने कलशयात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।कलश यात्रा में जय श्री राम के नारों से पूरा कस्बा भक्तिमय हो गया।कथावाचक नरेशचन्द्र शास्त्री के सानिध्य में वेद पाठियों ने मंत्रोचारण के बीच श्रीरामायण ग्रंथ स्थापित किया व कथा के पहले दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों के बारे में बताया। कथा व्यास नरेश चंद्र ने कहा कि परमात्मा के स्मरण में ही मनुष्य का उद्धार है। मनुष्य को प्रतिदिन हर समय परमात्मा का नाम लेना चाहिए। जय श्री राम के नाम से ही सारे कष्टों का नाश होता है। कथा के आयोजक द्वारका प्रसाद एवं मेवा देवी ने बताया कि रामकथा को 4 मार्च को होली महोत्सव मनाकर कथा को पूर्ण किया जाएगा।