

अलीगढ़ जिला कारागार में लंबे समय से बंद महिला बंदियों के आधा दर्जन से अधिक बच्चों को जेल के अधिकारियों ने दिखाई कृषि एवं प्रदर्शनी, (नुमाइश) बच्चों ने झूले के आनंद के साथ जमकर की खरीदारी, महिला सब इंस्पेक्टरों और पुलिसकर्मियों का हाथ थामे हुए बच्चे जमकर आइसक्रीम व अन्य चीजों का आनंद लेते हुए नजर आए, इस दौरान छोटे बच्चे जेल जिलाधिकारी व पुलिस अंकल का शुक्रिया अदा करते भी नजर आए हैं, यह सभी बच्चे एक यूनिफार्म में थे और सभी की आंखों नुमाइश से दिलवाए गए चश्मे लगे हुए थे, लोग भारी तादाद में पुलिस को देखकर अधिकारियों के बच्चे समझ रहे थे |
आपने उत्तर प्रदेश पुलिस की तमाम तस्वीरें देखी होंगी, जहां सिविल पुलिस और जेल पुलिस पर नए-नए आरोप लगते हुए देखे होंगे, मगर आज जेल पुलिस की ऐसी तस्वीरें सामने देखने को मिली है जिसे देखकर हर कोई तारीफ करता हुआ नजर आया है, यानी जो बच्चे किसी घटना के कारण कभी अपने मां-बाप की उंगली पकड़कर बाजार घूमते हुए नजर नहीं आए, आज ऐसे आधा दर्जन से अधिक बच्चे जिनकी मां लंबे समय से किसी ना किसी अपराध में जेल में बंद हैं, यह बच्चे जेल से कभी-कभी अपनी मां के साथ तारीख पर बाहर निकल कर आते हैं, और यह बच्चे कभी भी मार्केट में खरीदारी नहीं कर पाते ना ही किसी खाने पीने की चीज का आनंद ले पाते हैं, आज ऐसे आधा दर्जन से अधिक बच्चों के लिए जेल सुप्रिडेंट बृजेश सिंह यादव की देखरेख में बाजार यानी अलीगढ़ में लगने वाली उद्योग एवं कृषि प्रदर्शनी में जमकर खरीदारी करते हुए नजर आए, सबसे खास बात यह है कि बच्चों की देखरेख के लिए हर बच्चे के साथ एक महिला और जेंट्स कॉन्स्टेबल था, इन सभी पुलिस के जवानों को कमांड करने के लिए एक डिप्टी जेलर भी भेजा गया था, तस्वीरें उन बच्चों के लिए बेहद खुशी वाली थी, इन सभी बच्चों को जेल परिसर से कार में बैठाकर नुमाइश भेजा गया है, जैसे ही बच्चे नुमाइश में पहुंचे तो सबसे पहले बच्चों ने झूले का आनंद लिया इसके बाद फिर जमकर खरीदारी की है, इस दौरान बच्चे नुमाइश देख रहे थे तो वहां से गुजर रहे अन्य लोग यह समझ रहे थे कि यह किसी अधिकारी के बच्चे होंगे क्योंकि क्योंकि बच्चों की देखरेख के लिए भारी तादाद में पुलिस फोर्स मौजूद था, इस दौरान बच्चे मीडिया के कैमरे के सामने बोलने से भी अपने आप को नहीं रोक पाए, बच्चों ने कहा कि पुलिस अंकल ने हमें बहुत सारा सामान दिलवाया और आइसक्रीम भी खिलाई है,|