Spread the love भगवान राम की जन्मभूमि भारत देश मे मूक प्राणी जीवित पशुधन के आयात निर्यात का गलत विधेयक पारित कर अर्थ संग्रहण मे लाभ लेने जा रहे हैं। भारत सरकार के मत्स्य पालन व पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा जीवित पशुओं के आयात निर्यात के लिए तैयार किए गए आयात निर्यात विधेयक 2023 को संसद में पारित किया जाना था। जिसका देशभर में जैन समाज एवं अहिंसा एवं शाकाहार में विश्वास रखने वाले अन्य समुदाय द्वारा विधेयक का विरोध कर उसे रोकने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री एवं संबंधित मंत्रालय के नाम ई -मेल एवं स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किए जा रहे थे। अंततः विरोध के चलते भारत सरकार के मत्स्य पालन पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेट्री श्री जी एन सिंह के हस्ताक्षर से दिनांक 20/ 6/23 को जारी एक आदेश क्रमांक L110110/16/2023 द्वारा निरस्त किए जाने की घोषणा पर सभी जीव दया प्रेमियों मे खुशी के लहर पशुधन विधेयक ड्राजफ्ट को पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर 7 जून को अपलोड किया था, धीरे-धीरे जैसे इसकी जानकारी पशु प्रेमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुँची हैं। इसका विरोध शुरू हो गया है। पशुओं के आयात-निर्यात पर खुली छूट देते लाइवस्टॉक बिल का पूरे देश में विरोध किया जा रहा है, इसके कई तरह के दुष्परिणाम है। राजीव जैन, प्रांतीय महामंत्री श्री दिगंबर जैन महासमिति एवं प्रांतीय मीडिया प्रभारी श्री मयंक जैन प्रांतीय महामंत्री महिला प्रकोष्ठ श्रीमती पूर्वी जैन , नरेश कुमार जैन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ,सुरेश कुमार जैन क्षेत्रीय अध्य्क्ष भारतीय जैन मिलन द्वारा ,सभी जैन समाज के संगठनों एवं उनके द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर किए गए प्रयासों के फल स्वरूप यह अध्यादेश वापस होने पर बधाई दी गई एवं केंद्र सरकार द्वारा जैन समाज के अहिंसा और जियो जीने दो के सिद्धांत को स्वीकार किया गया इसके लिए भी उन्हें धन्यवाद दिया। Post navigation विवेकानंद ग्रुप ऑफ कॉलेज में नवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया चला अवैध अतिक्रमण अभियान-वसूला जुर्माना-कल गांधी पार्क से बारहद्वारी तक चलेगा