टीकाराम कन्या महाविद्यालय में यूथ फैमिली सेंटर के अंतर्गत युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य और जीवन कौशल पर प्राचार्य प्रोफेसर शर्मिला शर्मा और प्रो नीता वार्ष्णेय नोडल अधिकारी के निर्देशन में कार्यशाला का शुभारंभ हुआ, प्राचार्य ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला महाविद्यालय की सभी छात्राओं के लिए बहुत ही उपयोगी है छात्राओं का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होने पर वह अच्छी शिक्षा हासिल कर सकती हैं आज वर्तमान परिपेक्ष में मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित होना बहुत आवश्यक है। नीता वार्ष्णेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश के केवल 35 महाविद्यालयों में सिफसा के फंड से कार्यशाला आयोजित की जा रही है। डॉ अंशु सोम, मानसिक रोग विशेषज्ञ मलखान सिंह जिला चिकित्सालय और प्रो शशि वाला त्रिवेदी विभागाध्यक्ष B.Ed श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय, प्रो गीतिका सिंह प्रभारी गृहविज्ञान विभाग, कार्यक्रम अधिकारी आरती शर्मा और निशा तिवारी ने प्रशिक्षण दिया। डॉ अंशु ने युवाओं में होने वाली मानसिक समस्याओं पर प्रकाश डाला तथा छात्राओं को टाइम मैनेजमेंट करना बताया, सुबह और शाम मेडिटेशन करना आवश्यक है, किशोरावस्था में होने वाली समस्याएं और उनका निदान भी बताया और कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समग्र है जो संपूर्ण जीवन आवश्यक रहता है, छात्राओं की समस्याओ का भी निदान किया गया प्रोफेसर शशिबाला अन्य पीपीटी के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत सुंदर प्रस्तुतीकरण दिया तथा तनाव के प्रकार कारण और निदान के बारे में बताएं। आरती शर्मा ने मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में के लिए जीवन शैली में किस प्रकार के परिवर्तन की आवश्यकता है यह पीपीटी के माध्यम से समझाया। प्रशिक्षण के दौरान मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित डॉ मधु माहोर द्वारा कुछ प्रश्न तैयार किए गए , अंत में छात्राओं से पूछा गया और उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन आरती शर्मा और निशा तिवारी ने किया इस कार्यशाला में प्रो मंजू यादव आदिति जैन डॉ नीरू यादव और डॉ अंजू पटेल का विशेष सहयोग रहा।