मण्डलायुक्त चैत्रा वी. की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार में कानून, शांति व्यवस्था, महिला अपराधों की प्रभावी रोकथाम, महानुभावों की सुरक्षा एवं एंटी भू-टास्क फोर्स समिति की मण्डलीय बैठक की गई है। आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल ने सभी संयुक्त निदेशक अभियोजन को निर्देशित किया कि आगामी बैठक में विभागीय कारगुजारियों के सबंध में प्रस्तुतिकरण देंगे। समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त द्वारा समस्त अभियोजकों को अधिक से अधिक मामलों में सजा कराने, विशेष तौर पर महिलाओं से संबंधित अपराधों व पास्को एक्ट से संबंधित मामलों में शत-प्रतिशत सजा कराये जाने के लिए निर्देशित किया गया। विशेष रूप से डीजीसी संवर्ग को महिलाओं से संबंधित मामलों की गंभीरता के दृष्टिगत जिम्मेदारी पूर्वक अभियोजन करते हुए अधिक से अधिक अभियुक्तों को सजा कराए जाने के लिये निर्देशित किया गया। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही की जाए। थाने आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। यदि कोई व्यक्ति शिकायत करता है तो तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। आईजी शलभ माथुर ने चारों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिए कि अभियान चलाकर अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही ऐसे बहुत से आरोपी हैं, जो गैंग बनाकर कई घटनाओं को अंजाम देते हैं, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति कुर्की की भी कार्रवाई की जाए। अवैध कब्जे को लेकर उन्होंने निर्देशित किया कि जो दबंग किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करते हैं उन्हें बिल्कुल भी बख्शा न जाए। फर्जी बैनामा करने व कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। बैठक में अपर आयुक्त भगवान शरण, जिला मजिस्ट्रेट अलीगढ़ विशाख जी. अय्यर, एटा प्रेम रंजन, कासगंज मेधा रूपम, हाथरस आशीष कुमार एवं एसएसपी अलीगढ़ संजीव सुमन, एसपी एटा श्याम नारायण सिंह, कासगंज अपर्णा एवं हाथरस निपुण अग्रवाल समेत उपनिदेशक समाज कल्याण, उपनिदेशक आबकारी और अभियोजन के अधिकारी उपस्थित रहे।