एक माह पहले महाराणा प्रताप इंक़लेब निवासी लता वार्ष्णेय ने डॉ श्रॉफ आई केयर वृंदावन को संस्था के सहयोग से आँखें(,कौरनिया)मरणोपरांत दान की थीं। आज मासिक तिथि पर रामकथा के बीच संस्था अध्यक्ष डॉ ऐस के गौड़ ने नेत्रदान के प्रति जागरुक कर विशाल समुह का आह्वान करते हुए कहा कि य़ह सबसे बढी मानवीय पूजा है। इसमें अपना कुछ नहीं जाता। बल्कि मृत्यु पश्चात भी दो लोगों के जीवन को रंगीन बनाते हुए दुनियां में जिन्दा रहा आता है। यहां से जाते हुए कुछ ऐसा कर जाओ जिससे लाखों से अलग दिखाई दो। तो क्यूँ ना हम आज ही संकल्पित हों इस अवसर पर एक और विशेष मानवीय कार्य हुआ कि डॉ श्रॉफ आई केयर को बाबा परिवार की ओर से 11,000/-रूo का चेक मुझे उन्हें पहुचाने हेतु भेंट किया। डॉ गौड़ ने रूढ़ीवादिता से परे लीक से हटकर कर उठाए कदम के वास्ते साधुवाद कह हार्दिक आभार व्यक्त किया,इस परिवार का। इस अवसर पर इंजीo योगेश शर्मा (वी ए एस एफ ),डॉ सुनील कुमार (हैंडस फॉर हेल्प),डॉ डी के वर्मा, भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक , विशाल वार्ष्णेय, भुवनेश शर्मा भी सहयोगी बने।