Spread the love

देह दान कर्त्तव्य संस्था के अध्यक्ष डॉ एस के गौड़ व सचिव डॉ जयंत शर्मा को साई आयुर्वेदिक मैडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को देह दान के प्रति जागरुक कर जानकारियों को बताने के वास्ते आज आमंत्रित किया। इस अवसर पर डॉ गौड़ ने कहा कि मृत्यु पश्चात देह दान का असली उपयोग प्रथम वर्षीय छात्र-छात्राओं को ही होता है। दानी पार्थिव शरीर से अंगों को निकाल कर दिखाया व उसके बारे में पढ़ाया जाता है। इससे उनके जेहन में बनी तस्वीर अमिट छाप छोड़ती है। जो एक विज्ञ चिकित्सक बनने हेतु अति आवश्यक है। उन्होंने नेत्रदान व रक्तदान के बारे में विस्तृत से बताया। डॉ गौड़ ने प्रधान मंत्री द्वारा अंगदान को वरीयता देने वाली बात भी कही। डॉ जयंत शर्मा ने कहा अलीगढ़ की पहली संस्था है जो मानवीय कार्य का वीना उठाए हुए आगे बढ़ती जा रही है। हम 14 पार्थिव शरीर व 29 नेत्रदान करा चुके हैं। दोनों ही वक्ताओं को सुन्दर ज्ञानवर्धक जानकारियां बताने के वास्ते शॉल उढा व ट्राफी दे कर सम्मानित किया। डॉ अंकित गुप्ता मैनेजर व प्रिन्सिपल डॉ राजशेखर ने आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।डॉ सी एस द्विवेदी डॉ जगदीश शाह डॉ शमशेर सिंह का सराहनीय योगदान रहा।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *