देह दान कर्त्तव्य संस्था ने डॉ एस के गौड़ की अध्यक्षता में होली मिलन समारोह में नेत्र, देह व रक्त दान के प्रति जागरुक किया। इस अवसर पर डॉ गौड़ ने लोगों का आह्वान किया उपरोक्त दानों के प्रति। उन्होंने बताया कि लोगों को जानकारियों नहीं हैँ। अधिकतर लोगों ने ऐसे मानवीय कार्य की सराहना करते हुए विस्तृत जानकारी ली। डॉ गौड़ ने बताया कि दुनियां से जाते समय इस समाज के लिए कुछ तो हो जाय। यही एक रास्ता है कि आपका कुछ भी नुकसान नहीं और मरणोपरांत अदृश्य रूप से जीवित रहेंगे। अपनों को तो सब करते हैं। औरों को कुछ कर समाज में मिसाल पेश करके जाओ।
डॉ विश्वामित्र जो अपने पारिवारिक सदस्यों का नेत्रदान करा चुके हैं ने भी अपने विचारों से लोगों को प्रभावित किया। इस अवसर पर एडवोकेट सौरभ अग्रवाल सत्य नारायण दीक्षित,दिलीप वार्ष्णेय, किरण वार्ष्णेय आदि सहयोगी रहे।