महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोहन लाल गौतम युग दृष्टा थे। उन्हें जिस विभाग का कार्य करने का मौका मिला उन्होंने उसे बखूबी निभाया। उक्त उद्गार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मोहन लाल गौतम की जयंति के उपलक्ष में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के संरक्षक सरदार मनमोहन सिंह सचदेवा ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय एवं अलीगढ़ का क्वार्सी कृषि फार्म उन्हीं की देन है। स्वतंत्रता सेनानी गौतम के परिजन कामेश गौतम ने कई संस्मरण सुनाए। आजादी का अमृत महोत्सव के जिला समन्वयक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि मोहन लाल गौतम इतने निर्भीक थे कि लाहौर में फांसी की सजा पाए बंगाली स्वतंत्रता सेनानी के शव को लाहौर से कलकत्ता तक सुरक्षित पहुॅचाया था। साथ ही वह संविधान सभा के सदस्य भी रहे। इससे पूर्व मोहन लाल गौतम चिकित्सालय में उनकी प्रतिमा पर सुरेश चन्द्र शर्मा, श्रीमती रजनी तौमर, श्रीमती आभा, श्रीमती शशि कौशिक, वीरेश चौधरी ने माल्यार्पण किया। इस अवसर पर एसपी ट्रेफिक मुकेश उत्तम, पीडी भाल चन्द्र त्रिपाठी, डीएफओ दिवाकर वशिष्ठ, एसडीएम कोल रवि शंकर, तहसीलदार सौरभ यादव समेत जिला व तहसील स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।