Spread the love सर सैयद अहमद खान के शिक्षा मिशन के सहयोगी समर्थक पण्डरावल के राजा बाकर अली खान के आपसी सौहार्द की सामाजिक परंपरा को कायम रखते हुए इस वर्ष भी उनकी चौथी पीढ़ी के वंशज एएमयू छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष नवाब हैदर अली खां असद द्वारा आम की दावत के कार्यक्रम में हर जाति धर्म एवं वर्ग के सैकड़ों गणमान्य लोगों ने अनूपशहर रोड स्थित उनके निजी आईटीआई कॉलेज पर एक दर्जन से अधिक विभिन्न नामों से मशहूर आम खा कर एक दूसरे के विचारों को सुने और सुनाए । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में माननीय एमएलसी प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अपने संबोधन में कहा कि आम की मिठास आम लोगों को खास बना देती है । उन्होंने आगे कहा कि आम की दावत की इस परंपरा की शुरुआत मरहूम राजा बाक़र अली खान ने इस उद्देश्य से किया था की आम मानव समाज का एक ऐसा अकेला फल है जो सभी का प्रिय है । इस फल के माध्यम से हर जाति धर्म एवं संप्रदाय एक साथ बैठकर आम की खुशबू एवं मिठास का सेवन करेंगे तो आपसी रिश्तो मैं मिठास स्वत: आएगी।कार्यक्रम में राजा बाकर अली खान के पोते 94 वर्षीय राजा रजा अली खान ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर तारिक मंसूर को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन नवाब हैदर अली असद द्वारा किया गया । इस अवसर पर प्रोफेसर मोहम्मद रिजवान, एएमयू प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली, डिप्टी प्रॉक्टर अली नवाज ज़ैदी, ओल्ड ब्याज एसोसिएशन के सचिव आज़म मीर , वरिष्ठ फिजिशियन डॉ विपिन कुमार, चौधरी जगबीर सिंह, दीपक शर्मा, भगत सिंह बाबा, ठाकुर अर्पित , जमाल अहमद ,अल बरकात स्कूल के सैयद मुज्तबा, अनीस उर रहमान खान, मजहर उल कमर सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे । Post navigation भाविप आर्या शाखा ने विष्णुपुरी के एक पार्क में किया वृक्षारोपण Next Post