बसंत ऋतु का यह समय जीवन में नए उत्साह और ऊर्जा को लाने का है और हमें इसका उपयोग अपने आत्मिक और सामाजिक उन्नति के लिए करना चाहिए। यह विचार अचलताल स्थित सिद्धपीठ श्री गणेश मंदिर के महंत विनयनाथ महाराज ने बसंत पंचमी के अवसर पर व्यक्त किए। मंदिर परिसर में हवन और महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। महंत विनयनाथ महाराज ने इस अवसर पर कहा कि बसंत पंचमी से सर्द ऋतु बदलने लगती है और पेड़ों पर नए पत्ते आने लगते हैं। साथ ही यह दिन मां सरस्वती के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, जो विद्यार्थियों के लिए विशेष लाभकारी है और सद्बुद्धि प्रदान करता है। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी ललित वार्ष्णेय, राकेश बघेल, कृपा देवी, कामिनी वार्ष्णेय, मोहन वर्मा, रवि वर्मा, गोलू और दीपक वार्ष्णेय सहित अन्य भक्तगण उपस्थित रहे।