इसे हम बाबा की बदकिस्मती कहेंगे या फिर है ये नामजद की चतुराई का प्रमाण जो इस व्यक्ति ने बाबा के भोलेपन का फायदा उठाकर इन्हें दर दर का भिखारी बना दिया।इतना ही नहीं शनिवार को ये बुजुर्ग न्याय की भीख मांगने के लिए जनपद मुख्यालय पर पहुंचा औऱ अपनी लिखित शिकायत की।ये कहानी है अलीगढ़ तहसील कोल भांकरी खास के रहने वाले बुजुर्ग रक्षपाल की जिसकी वर्ष 2014 में ट्रैक्टर बेचने वाले अहमद जान मिर्ज़ा से मुलाकात हुई थी।इसके बाद जौहरा बाग सिविल लाइन निवासी अहमद जान मिर्जा से हुई मुलाकात काफ़ी घनिष्ठता में बदल गई।खास बात ये है कि महज़ चंद दिनों में अहमद जान ने रक्षपाल से बातचीत में घर के भी करीबी राज जान लिए औऱ इसके बाद अहमद जान ने रक्षपाल से दस लाख रुपए कारोबार के लिए कर्ज ले लिए औऱ वर्ष 2017 में इसने बाबा को बहला फुसलाकर एक जमीन का सौदा शहर के एक नामी गिरामी मीट निर्यातक से करवाकर यहां से पचास लाख रुपये की एक और रक़म हड़प ली।इधर पीड़ित ने जनपद मुख्यालय पर दी गई शिकायत में मिर्जा पर नासिर्फ़ साठ लाख रुपये का कर्जा बताया है और कहा पिछले दिनों जब वह अपने पैसे मांगने गया तो उसके साथ अहमद जान मिर्जा ने अभद्रता की औऱ उसके पूरे परिवार ने धक्के मारकर उन्हें घर से निकालते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।बुजुर्ग रक्षपाल का ये भी कहना है कि उसके एक पुत्र का कई साल पहले देहांत हो चुका है और फिलहाल उन्हें नामजद से जान का भी खतरा बना हुआ है।यहां जनपद मुख्यालय पर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि ने पुलिस क्षेत्राधिकारी को इस पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।