ग्राम पाली रजापुर में श्रीमदभागवत कथा महायज्ञ के तीसरे दिन आचार्य संतोष भारद्वाज माता सती की कथा सुनाई माता सती अनुसूया की कुटिया पर तीनो लोको के नाथ माता अनुसूया की परीक्षा लेने पहुँचे। और मैया से कहने लगे कि आप नग्न अवस्था में भिक्षा दो तभी हम आपका दूध पिएंगे। मैया उनकी भावना को समझी और अपने पतिव्रता धर्म की सेवा को याद करते हुए हाथ में जल लेकर तीनों देवों के ऊपर जैसे छिड़का। तत्काल तीनों देव छोटे-छोटे बच्चे बन गए। मैया अति प्रसन्न हो रही है कि आज मेरा कितना बड़ा सौभाग्य है कि तीनों लोकों के स्वामी ब्रह्मा, विष्णु, महेश मेरी कुटिया में छोटे-छोटे बच्चे बनकर खेल रहे है। भगवान भक्त के बस में होते है। कथा में गौरी सिंह (परीक्षित), चेतन राणा(सभासद-पाली रजापुर), राजीव सिंह(सेनानी), हेतराम सिंह, जयपाल सिंह, गुलवीर सिंह, राजकुमार सिंह, अतुल सिंह, लोकेन्द्र सिंह (वकील), पुष्पेंद्र सिंह, पवन सिंह, प्रशांत, अश्वनी, अंकित, आकाश, कृष्ण, मानव सिंह, आर्यन, मयंक, हर्षित, रोहित, सौरभ, सोनू, उग्रवीर सिंह राणा, विजय पाल सिंह, शकुंतला, रूबी सिंह, कविता, आदि उपस्थित रहे।