पंडित ह्रदय रंजन ने बताया कि मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी प्रातः 7 बजकर 14 मिनट से शाम 5 बजकर 37 मिनट तक है।इसी बीच 1 घंटा 44 मिनट तक अर्थात प्रातः 07:14 बजे से 08.48 बजे तक महापुण्य काल रहेगा। इस काल में तिल, गुड़, वस्त्र का दान करना और तर्पण करना पुण्य फलदायी होगा।संक्रान्ति 2023 फल-नाम के अनुरूप यह संक्रांति जन मांस में भय का वातावरण बनायेगी लेकिन सरकारों और सरकारी कर्मचारियों के लिए यह संक्रान्ति शुभ फलदायक है।मकर संक्रांति के प्रभाव से वस्तुओं की लागत सामान्य होगी। लेकिन प्रजा में रोग बढेगा लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और कुछ प्रदेशो में बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।