उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पिछड़ा वर्ग के गरीब बेटियों की शादी के लिए अनुदान दे रही है। राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण की ओर से पिछड़ा वर्ग की प्रत्येक ऐसी गरीब बेटी के परिवार की ओर से किए गए आवेदन पर 20,000 रुपया का अनुदान दिया जाएगा। पूर्व व्यवस्था में समाज कल्याण विभाग की ओर से गरीब बेटियों की शादी के लिए व्यक्तिगत अनुदान के तौर पर धनराशि दी जाती थी, अब यह योजना बंद कर सामूहिक विवाह योजना में तब्दील कर दी गई है।मंगलवार को जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गयी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र एवं गरीब व्यक्ति को मिलना चाहिए। इसके लिए गांव-गांव, घर-घर योजना की जानकारी दी जाए। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रजनीश पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जनपद को 686 शादियों के लिए 01 करोड़ 36 लाख 40 हजार रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 1838 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। तहसील एवं ब्लाॅक द्वारा सत्यापनोपरान्त 837 आवेदनों को अग्रसारित किया गया है।जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रजनीश पाण्डेय ने योजना के बारे में बताया कि इस योजना में शहरी क्षेत्र में आवेदक की वार्षिक आय 56,460 एवं गरीब एवं ग्रामीण क्षेत्र में 46,080 वार्षिक होनी चाहिए। विभाग के लिए आवेदन में लड़के की उम्र 21 वर्ष लड़की की 18 वर्ष होनी चाहिए। योजना में एक परिवार से अधिकतम 2 पुत्रियों तक विवाह अनुदान की का लाभ दिया जाता है।