राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के कृष्णांजलि नाट्यशाला मंच पर आयोजित ड्रेस सांस्कृतिक लोक नृत्य नाइट में ब्रज की लोक कला और संस्कृति ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान कलाकारों ने ब्रज लोक नृत्य और लोकगीतों के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, उसके बाद आचार्य रामकृष्ण द्वारा ब्रज वंदन और स्वरों में ब्रज लोक नृत्य का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कलाकारों ने ‘जमुना किनारे मेरे गांव सांवरे आई जइयो’, ‘बंसी वाले ने घेर लई अकेले पनिया गई’, ‘कजरारे कजरारे तेरे मोटे-मोटे नैन’, और ‘कान्हा बरसाने में आय जइयो बुलाए रे राधा प्यारी’ जैसे प्रसिद्ध ब्रज गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में कृष्ण सोनू ठाकुर, जया किशोरी, गौरी कामिनी, और शिल्पी जैसी प्रमुख ब्रज गायिकाओं और कलाकारों ने अपनी कला से मंच पर समां बांध दिया। इसके अलावा राशि चौधरी और सुखबीर चौधरी द्वारा मयूर और चारुकुला नृत्य की प्रस्तुति भी खास रही। हास्य कलाकार प्रेम प्रकाश ने अपनी हंसी-मजाक से दर्शकों को खुब हंसाया। कार्यक्रम के संयोजक आचार्य रामकृष्ण ने इस सांस्कृतिक आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उपस्थित सभी कलाकारों का आभार व्यक्त किया।