जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज्यादा खिलेगा
पी. एम. के भाषाड की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का राज्यसभा में जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के बोलते ही विपक्षी दलों ने अदाणी के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। मोदी ने कहा कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और वाणी न सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली है। माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि ‘कीचड़ उसके पास था मेरे पास गुलाल… जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल’। जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज्यादा खिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी बोले राज्यसभा में
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दशकों में अनेक बुद्धजीवियों ने इस सदन से देश को दिशा दी है। देश का मार्गदर्शन किया है। इस सदन में अनेक साथी ऐसे हैं। जो अपने व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत सिद्धियां प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने बड़े काम भी किए हैं। इसलिए, इस सदन में जो भी बात होती है, उस बात को देश गंभीरता से सुनता है।
11 करोड़ घरों को नल से मिल रहा है जल
एक समय था जब किसी गांव में एक हैंडपंप लगा दिया तो उसका एक हफ्ते तक उत्साह मनाया जाता था। हमने जल संरक्षण, जल सिंचन हर पहलू पर ध्यान दिया है। पिछले तीन-चार सालों में 11 करोड़ घरों को नल से जल मिल रहा है। कोई परिवार पानी के बिना नहीं चल सकता। भविष्य को देखते हुए हमने समाधान के रास्ते चुने।
आज लगभग 22 घंटे बिजली मिल रही है
पहले की सरकारों में कुछ घंटे बिजली आती थी। गांव के बीच में खंबा डाल दिया तो हर साल उसका समाचार बनाते थे। आज औसत हमारे देश में 22 घंटे बिजली दी जा रही है। हमें इस काम के लिए नई ट्रांसमिशन लाइन लगानी पड़ी। नए ऊर्जा उत्पादन के लिए काम करना पड़ा। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम करना होगा। हमने लोगों को उनके भाग्य पर नहीं छोड़ा। राजनीति घाटे-फायदे के बारे में नहीं सोचा। आने वाले कल को उज्जवल करने के बारे में सोचा।