Spread the love अपनी-अपनी राशियों के अनुसार श्रावण मास मे करे रूद्राभिषेक व सावन मास में दान पुण्य का भी अत्यंत महत्व है आखिरकार दिनों के हिसाब से दानपुण्य का वह शुभ और महत्वपूर्ण समय कौन सा है जिससे मिलेगा आपको शत प्रतिशत लाभ पंडित हृदय रंजन शर्मा ने इन सभी विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। इन्होंने बताया कि मेष- शहद, गु़ड़, गन्ने का रस। लाल पुष्प चढ़ाएं, वृष- कच्चे दूध, दही, श्वेत पुष्प, मिथुन- हरे फलों का रस, मूंग, बिल्वपत्र, कर्क- कच्चा दूध, मक्खन, मूंग, बिल्वपत्र, सिंह- शहद, गु़ड़, शुद्ध घी, लाल पुष्प, कन्या- हरे फलों का रस, बिल्वपत्र, मूंग, हरे व नीले पुष्प, तुला- दूध, दही, घी, मक्खन, मिश्री, वृश्चिक- शहद, शुद्ध घी, गु़ड़, बिल्वपत्र, लाल पुष्प, धनु- शुद्ध घी, शहद, मिश्री, बादाम, पीले पुष्प, पीले फल, मकर- सरसों का तेल, तिल का तेल, कच्चा दूध, जामुन, नीले पुष्प, कुंभ- कच्चा दूध, सरसों का तेल, तिल का तेल, नीले पुष्प, मीन- गन्ने का रस, शहद, बादाम, बिल्वपत्र, पीले पुष्प, पीले फल चढ़ाये। Post navigation हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 49 वे स्थापना दिवस पर दुर्गा गैस सर्विस ने किया वृक्षारोपण माथे पर तिलक लगाने को ब्लू बर्ड स्कूल में किया प्रतिबंधित, अभिभावकों में आक्रोश