पन्नागंज की आलिया चौहान के ऊपर बचपन में ही मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। इतनी छोटी उम्र में मां बहन को लेकर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ चली गई। अब ये अपनी ताई के पास रहती है । परंतु ताई की इतनी इनकम नहीं है कि वह इसकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठा सके। आज के समय में किसी दूसरे के बच्चे को रखना ही बहुत बड़ी बात है। यह बच्ची दयानंद बल मंदिर में कक्षा 5 की छात्रा है । जब जुलाई तक इसकी फीस नहीं आई तो विद्यालय की प्रिंसिपल सरोज वार्ष्णेय ने वात्सल्य सेवा संस्थान से संपर्क किया और उसकी परेशानी बताई। इस पर उन्होंने भी तुरंत इसकी पूरे साल की फीस 3100 स्कूल में जमा कर दी । जिससे यह बच्ची निरंतर शिक्षा प्राप्त करती रहे ।आप भी ऐसे बच्चों की मदद के लिए वात्सल्य सेवा संस्थान से मदद कर सकते हैं।