वार्ष्णेय युवा संगठन रजिस्टर्ड एवं वार्ष्णेय युवा संगठन रजिस्टर्ड उदय के संयुक्त तत्वाधान में अचल ताल स्थित रामलीला मैदान में नव संवत्सर विक्रमी संवत 2080 की पूर्व संध्या पर भजन संध्या वह सहभोज का आयोजन किया गया।संगठन के अध्यक्ष गौरव एल्ड्रॉप ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि आज जहां दुनिया सन 2023 में है वही सनातन संस्कृति विक्रमी संवत 2080 में प्रवेश करने जा रही है सभी सनातन प्रेमी नव संवत्सर के प्रति जागरूक होकर प्रति वर्ष धूमधाम से मनाने का संकल्प लें।
संगठन के महामंत्री राहुल स्क्रैप ने नव संवत्सर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी भगवान राम का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ सम्राट विक्रमादित्य ने आज के दिन ही अपना राज्य संचालित किया जिनके नाम पर विक्रम संवत का पहला दिन प्रारंभ होता है।संगठन के कोषाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शैलू ने कहा कि भक्ति और शक्ति का पहला दिन भी यही है आर्य समाज की स्थापना अभी आज के दिन हुई थी।कार्यक्रम संयोजक संतोष डिब्बा ने नव संवत्सर के प्राकृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रतिप्रदा से ही बसंत ऋतु का प्रारंभ होता है जो उल्लास उमंग खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंध से भरी होती है फसल पकने का प्रारंभ यानी कि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है।
कार्यक्रम संयोजक राजेश् सेंचुरी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि हम सभी परस्पर एक-दूसरे को हिंदू नव वर्ष की शुभकामनाएं दें अपने परिचित मित्रों व रिश्तेदारों को हिंदू नव वर्ष के शुभ संदेश भेजें।संगठन के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य अनुपम सज्जू अमित सर्राफ व संदीप नक्षत्र ने सभी आगंतुकों का पटका पहनाकर स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन यतीश वार्ष्णेय ने किया।इस अवसर पर उमेश सरकोडा,मुकेश शिशु, संतोष डिब्बा,राजेश् सेंचुरी,धर्मेंद्र पद्मा, कृष्ण कुमार सीटू ,कपिल सोना कार्ड, अनुज मास्टर साउंड,राजीव सोनू, इंजी मुकेश सरकोड़ा, राजीव धर्म कांटा,भरत गुप्ता,तन्मय वार्ष्णेय,नवनीत, आशीष राजा,अभिषेक जॉर्डन, अरुण गुप्ता, धर्मेंद्र एवं उदय टीम से मिलिंद वार्ष्णेय स्क्रैप,लकी बालाजी, दीपांशुवार्ष्णेय अंकित वार्ष्णेय, लव स्क्रैप आदि उपस्थित रहे यह जानकारी संगठन प्रवक्ता मिलिंद वार्ष्णेय स्क्रैप ने दी
