Spread the love महानगर स्थित श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन अमृत वर्षा श्रावण मास में प्राचीन कुंआ वाला हनुमान मन्दिर से श्रीमद्भागवत में भगवान श्री कृष्ण की 16100 रानियों के साथ विवाह के उत्साह की अमृत कथा की वर्षा कर कृष्ण भजनों में भक्तों ने खूब धूमधाम से श्रीमद्भागवत कथा का शनिवार को समापन कराया। श्रीमद्भागवत कथा में विभिन्न धार्मिक प्रसंग सुनाए गए। साथ ही भजनों की प्रस्तुति से भक्तगण आत्मविभोर होकर झूम उठे। कथा व्यास पंडित करण भारद्वाज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के वात्सल्य व असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा की गई विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया। अनुष्ठान के समापन दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण की सर्वोपरि लीला रासलीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसवध, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया। कथा में उपस्थित शोभा वार्ष्णेय, कुमकुम वाला, सुमन, तुलसी, उषा, रिंकल, शीतल, रेखा, उर्वशी, लक्ष्मी, निरेश, सुनीता, शिवानी, क्रियांश, एकता, सौरभ वार्ष्णेय, मीडिया प्रमुख विशाल देशभक्त आदि मौजूद रहे। Post navigation इनरव्हील मानसी क्लब ने दो छात्रों की जमा की फीस व एक छात्र को प्रदान की साईकिल इमाम हुसैन की याद में ज़ाकिर नगर अलीगढ़ में सबील लगाई गई