सनातन में सभी त्योहार दो दिन मनाने की प्रथा सी चल गई है। जिससे सनातनी भ्रमित होते हैं और अंततोगत्वा सनातन की हानि होती है । इस हेतु विप्र शक्ति संगठन से जुड़े कई विद्वान एवं प्रकाण्ड पंडि श्री वार्ष्णेय मंदिर पर एकत्रित हुए। जिसमे निर्णय लिया गया कि इस वर्ष महानगर अलीगढ मे श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व दिनांक 26 अगस्त 2024 को धूमधाम से मनाया जायेगा । पंडित मनोज मिश्रा ने बताया कि विप्र शक्ति संगठन ने ऐसा प्रयास प्रारंभ किया है, कि सर्वसम्मति से कम से कम ब्रज में अधिकांश उत्सव एक दिन मनाए जा सकें । जिसका प्रारंभ श्री कृष्ण जन्माष्टमी , 2024 से हम कर रहे हैं । श्री वार्ष्णेय मंदिर मे विप्र शक्ति संगठन द्वारा बुलाई गई । बैठक में ब्रज के विद्वानों और न्यास के पदाधिकारियों ने सभी शास्त्रों, निर्णय सिंधु, जयसिंह कल्प द्रुम आदि ग्रंथों तथा विभिन्न पंचांगों का विवेचन करके सर्वसम्मति से निर्णय किया है, कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी हर प्रकार से केवल 26 अगस्त, सोमवार को ही सिद्ध होती है । इस अवसर पर विप्र शक्ति संगठन से जुड़े महंतों और विद्वानों मे श्री वार्ष्णेय मंदिर के महंत पंडित मनोज मिश्रा , पंडित महेश ब्रह्मचारी , प्रदीप वेदपाठी, साध्वी पुनिता चेतन, पंडित रवि शर्मा, पंडित कमलेश, पंडित रवि शर्मा, पंडित राम सेवक शर्मा, पंडित सुधीर भारद्वाज, प्रदीप वशिष्ठ आदि उपस्थित रहे ।