श्री वार्ष्णेय मंदिर अलीगढ पर प्रत्येक वर्ष कि भांति इस वर्ष भी रंग भरनी एकादशी पर लठामार् होली को धूमधाम से मनाने कि तैयारियाँ चल रही हैँ । श्री वार्ष्णेय मंदिर के व्यवस्थापक राधेश्याम गुप्ता स्क्रैपे वाले एवं अध्यक्ष एल डी वार्ष्णेय के अनुसार श्री वार्ष्णेय मंदिर आयोजित पत्रकार वार्ता मे बताया कि लठामार् होली कार्यक्रम पारम्परिक रूप से होगा लेकिन इस वर्ष यह अपने नये रूप मे होगा ।भजन संध्या मे राधा कृष्ण के स्वरूपों के साथ होली का आंनद दुगना हो जाता है । श्री वार्ष्णेय मंदिर के परम भक्त यतेंद्र वाई के एवं अनूप गुप्ता के अनुसार राधा रानी की सखियाँ लहंगा पहनकर जब होली की तैयारियों मे लगी होंगी ऐसे मे ब्रज के हुरियारे उनपर रंग डालने आएंगे तो लठ पड़ना स्वाभाविक है । कन्हैया के ग्वाल बाल और राधा रानी की सखियाँ इस होली का आंनद उठाने के लिए तैयार हैँ । इस वर्ष रंग भरनी एकादशी पर सभी भक्तों को प्रसाद रूप मे टेसू के फूल और पवित्र गुलाल प्रदत्त किया जाएगा । भक्त होली खेलते मे उन टेसू के फूलों को अपने टेसू के फूलों के पानी मे डाल दें व गुलाल को अपने गुलाल मे मिलाकर होली खेलें । ठाकुर जी की कृपा से आपकी त्वचा रोग अवश्य कम होंगे । केमिकल के रंगों का प्रयोग ना करें । पत्रकार वार्ता मे मुख्य रूप से , एल डी वार्ष्णेय ,अनूप गुप्ता , भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक , बृजेश कंटक , संजीव वैभव , पार्षद अलका गुप्ता , गुलाब चंद्र सुपारी वाले मंदिर महंत पंडित मनोज मिश्रा , राहुल स्क्रैपे , योगेश वार्ष्णेय बंटी आदि उपस्थित थे।