श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय के प्राचार्य कार्यालय में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं श्रीचरणों में पुष्पांजलि अर्पित करके मां सरस्वती के अवतरण दिवस अर्थात बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया गया । इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य डॉ अनिल कुमार वार्ष्णेय ने बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी को इस पावन त्यौहार की शुभकामनाएं प्रेषित की । उन्होंने बताया कि देवी सरस्वती को ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है। यह एक ऐसा दिन है जब प्रकृति की जीवंतता, देवी सरस्वती की भक्ति और कृषि समुदाय का जीवन उत्सव की एक खूबसूरत तस्वीर में एक दूसरे से जुड़ जाता है। ज्ञातव्य है कि हिंदू पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है । इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिकारी प्रो रोली अग्रवाल तथा डॉ तनवी शर्मा द्वारा मां सरस्वती को पीले रंग की बर्फी का भोग लगाया गया तथा विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में उक्त बर्फी के प्रसाद का वितरण किया गया । इस अवसर पर प्रो ओमवीर सिंह, प्रो के डी वर्मा, डॉ पंकज कुमार, डॉ अतुल अरोरा, डॉ हरेंद्र गौड़, डॉ विकास कुमार, डॉ हरेंद्र नाथ शर्मा, डॉ जय प्रताप सिंह, रजत गुप्ता, मीणा, जितेंद्र आदि उपस्थित रहे ।