सराय मानसिंह में व्यासजी पुष्पेंद्र शास्त्री द्वारा श्री भागवत भगवान कथा की अमृतवर्षा, सराय मानसिंह दुर्गामंदिर- शिवमंदिर चौक में की। अमृत कथा के तीसरे दिन मृत्यु के निश्चित समय को जान कर राजा परीक्षत के राजपाठ छोड़ने व श्री व्यासजी ने सती अनुसय्या के पतिव्रता ,राजा उत्तानपाद की कहानी सुनाई ।महिलाओं व बच्चो ने नाच गा कर भक्ति का आनंद लिया ,बड़ी संख्या में भक्तों ने भागवतकथा में भाग ले कर अपने को धन्य किया। कथा में सुबह हवन व परिक्रमा समय 9 बजे व दोपहर 3 बजे से भागवत कथा की अमृतवर्षा होती है। सुबह 5 बजे से ही पुरुष महिलाएं परिक्रमा कर पूरे माहौल को भक्तिमय बना रहे है। सुबह 9 बजे हवन व दोपहर 3 बजे से कथा की शरुआत होती है। सतीश माहेश्वरी ने बताया कि यहाँ के निवासियों के यह कथा यहाँ होने व भागवत भगवान की आरती से भाग्य धन्य हो गए कथा में मुख्य रूप से सतीश माहेश्वरी, श्रीकांत शर्मा, विवेक शर्मा, ओपी राठी, रमाकांत शर्मा,अशोक कुमार गांधी, अशोक कुमार शर्मा, विकास शर्मा, अनिल शर्मा, ब्रजेश जौहरी , रामबाबू माहेश्वरी , राधा माहेश्वरी, अरुणा शर्मा,सुशीला माहेश्वरी,सुषमा शर्मा, एकता शर्मा,इत्यादि व सेकड़ो महिलाएं पुरुष शामिल रहे।