मंगलायतन विश्वविद्यालय में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय ‘नवदीक्षा 2024’ उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण से परिचित कराना, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन के बारे में जानकारी देना, उनकी जरूरतों को समझना और उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करना था।
कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल राकेश आनंद ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इसके बाद नवदीक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा ज्ञान की देवी मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया गया। विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना व कुलगीत की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल राकेश आनंद ने कहा कि मंगलायतन विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त करने वाले विद्यार्थी स्वयं को भाग्यशाली समझें। क्योंकि देश में स्कूल से निकल कर सिर्फ 28 फीसद छात्र ही उच्चशिक्षा ग्रहण कर पाते हैं और आप इस 28 फीसद का हिस्सा हैं। आप जहां आज बैठें हैं उसमें आपके परिवार का बड़ा योगदान है। विद्यार्थी अपने जीवन में एक रोल मॉडल जरूर बनाए। उन्होंने डा. कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि जीवन में बहुत चुनौतियां आती हैं, लेकिन हमें अपने जीवन में कभी लक्ष्य से भटकना नहीं चाहिए। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा, वित्त अधिकारी मनोज गुप्ता, प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. महेश कुमार, प्रो. रविकांत, प्रो. अशोक पुरोहित, प्रो. जहीरुद्दीन, प्रो. केपी सिंह, प्रो. अनुराग शाक्या, सीनियर मार्केटिंग मैनेजर मयंक प्रताप सिंह, डा. दीपशिखा, डा. संतोष गौतम, डा. जावेद वसीम आदि थे। व्यवस्थाओं में प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत, डीएसडब्लू डा. मनोज वार्ष्णेय, डा. पूनम रानी, डा. सोनी सिंह, लव मित्तल, योगेश कौशिक, नेहा गौतम, शिशुपाल सिंह, कैप्टन लक्ष्मण सिंह, डा. रेखा रानी, विष्णु शर्मा, अमित शर्मा, अंबर अग्रवाल, अंशुल गुप्ता, विवेक आदि का सहयोग रहा। संचालन याशिका गुप्ता ने किया।