जैन समाज की महिलाओं ने शनिवार को सुहाग दशमी पर्व मनाया। इस दिन विवाहित महिलाएं उपवास रख मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना करती है। श्री दिगम्बर जैन महासमिति की प्रान्तीय कोषाध्यक्ष गरिमा जैन बताया कि जैन धर्म मे सुहाग दशमी का विशेष महत्व है इस दिन शादी के बाद से ही महिलाएं उपवास रखना प्रारंभ कर देती है। 10 वर्षों यह उपवास रखती है। अक्षय दशमी पर्व मूल रूप से अंतराय कर्मों के नाश के लिए किया जाता है। शनिवार श्रावण शुक्ला दशमी को प्रात: गुलाबी लहरिया साड़ी पहने सभी महिलाओं ने श्री पार्श्वनाथ खण्डेलवाल दिगम्बर जैन मंदिर पंचायत मे भगवान के समक्ष विशेष पूजा अर्चना की तथा उपवास रखा। व्रत का पालन सभी सुहागिन जैन समाज की महिलाएं परंपरा से करती हैं। सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत भी रखा। इस मौके पर जिन आस्था महिला मंडल एवं जैन महिला समिति की सदस्या उपस्थित रहीं।