अलीगढ़ के थाना टप्पल क्षेत्र के क़स्बा के गांव जरतौली निवासी सेना के जवान रवि उम्र(28) की ड्यूटी के दौरान तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया।
मंगलवार की सुबह शहीद जवान का पार्थिव शरीर को गांव लाए जाने की सूचना मिलते ही गांव व क्षेत्र के सैकड़ों युवा अपनी बाइकों से यमुनाएक्सप्रेसवे टप्पल इंटर चेंज कट पर शहीद की शवयात्रा में शामिल होने पहुंच गए व भारत माता की जय व रवि चौहान अमर रहे का जयघोष करते हुए सेना की गाड़ी में रखे जवान के पार्थिव शव के पीछे चले। तिरंगा में लिपटा हुआ शव जैसे ही गांव पहुंचा तो मृतक जवान के अंतिम दर्शन करने के लिए गांव के अलावा क्षेत्रीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
10 बजे गमगीन माहौल में पूरे सम्मान के साथ सैनिक के शव का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पूर्व हेडक्वार्टर मथुरा से सैनिक सम्मान के लिए आए सेना अधिकारी संदीप पाटिल व दस जवानो ने शस्त्र सलामी देकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उपजिलाधिकारी खैर अनिल कटियार, सीओ राकेश सिसोदिया व थाना प्रभारी प्रमेन्द्र सिंह व पूर्व सैनिक संगठन के जवानों ने श्रद्धांजलि दी। छोटे भाई राहुल ने रवि के शव को मुखाग्नि दी।
मृतक जवान रवि के छोटे भाई राहुल ने बताया कि रवि 2017 में आर्मी में भर्ती हुए थे व सिकंदराबाद में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर ग्लेशियर एरिया में होने के बाद बर्फ के पहाड़ से फिसलकर घायल हुए थे। जिस कारण उनके पैर में काफी चोट आई थी। फिलहाल पठानकोट में ड्यूटी कर रहे थे। 22 दिसंबर को तबियत बिगड़ने खराब होने पर अपने पास रखी दवाओं में से दवा लेते रहे। 30 दिसंबर को तबियत अधिक खराब होने पर उन्हें पठानकोट के एमएच आर्मी अस्पताल में साथी सेनिको ने भर्ती कराया था तथा स्वास्थ्य खराब होने की सूचना परिजनों को दी थी।
1 जनवरी की शाम 4 बजे अस्पताल में उपचार के दौरान रवि का निधन हो गया। रवि की शादी चार वर्ष पूर्व अलीगढ़ के केथवारी गांव की लक्ष्मी के साथ हुई थी। मृतक जवान के पिता राकेश सिंह भी सेना में रहकर देश की सेवा कर चुके थे व सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। जवान रवि के निधन पर पत्नी लक्ष्मी व मां मधुनिता व बहन कावेरी व भाई राहुल का रोरोकर बुरा हाल बना हुआ है। मृतक के परिजनों को सांत्वना देने वाले क्षेत्रीय लोगो का तांता लगा हुआ है।