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होली का पर्व( होलिका दहन ) रंगवाली होली से 1 सॉय पहले होलिका दहन किया जाता है ,मान्यता है कि इस दौरान भविष्य का अंदाजालग जाता है होली को 2 दिन का त्योहार माना जाता है रंग खेलने से 1 सॉय पहले होलिका दहन करने की परंपरा है इसकी कथा भक्त प्रहलाद से जुड़ी है इस साल 2023 में होलिका दहन मंगलवार 07 मार्च 2023 की शाम को और घरों वाली होलिका दहन सायं 06:24से08:51तक इसके बाद, रात्रि/प्रातः 04:35से प्रातः06:35 तक होगाअतः होलिका दहन के समय सभी लोग एक जगह आकर आग में आहुति देते हैं होली का में कच्चे आम ,नारियल, सप्तधान्य ,चीनी के बने खिलौने ,नई फसल का कुछ भाग गेहूं ,चना और मसूर आदि की आहुति दी जाती है साथ ही रोग दोषो से निवृत्ति, सभी प्रकार सेसुख- समृद्धि बनी रहे और लाभ उन्नति की कामना भी की जाती है हिंदू पंचांग के अनुसार यह वर्ष का अंतिम प्रमुख त्योहार है जो आने वाले साल की सूचना भी देता है इसलिए ज्योतिष शास्त्र में भी होलिका दहन का बड़ा महत्व है यह फाल्गुन मास की पूर्णिमा को आता है मान्यता है कि होलिका की अग्नि से आने वाले साल का भविष्य भी जाना जाता है इसका अंदाजा आसानी से होलिका दहन की अग्नि से लगाया जा सकता है. शास्त्रों में कहा गया है कि होलिका दहन के समय हवा पूर्व दिशा से चले यानी पुरवइया चले तो यह बहुत ही अच्छा शुभ होता है पूर्व की दशा को देवी देवताओं की दशा कहा गया है माना जाता है इस साल भर खुशहाली भरा माहौल रहता है राजा प्रजा सभी को पूरे साल खुशहाली उन्नति रहती है.

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