अलीगढ़। तिब्बत प्रांत में लगभग 6600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कैलाश पर्वत, जिसे हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मों का पवित्र तीर्थ माना जाता है, से लौटे श्रद्धालुओं का अलीगढ़ में जोरदार स्वागत हुआ। अलीगढ़ से 2 अगस्त को रवाना हुए वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज, आचार्य गौरव शास्त्री और बद्रीनाथ के स्वामी अदृश्यानंद यात्रा पूरी कर सकुशल शहर लौटे। उनके आगमन पर जगह-जगह फूल-मालाओं और जयकारों के साथ स्वागत किया गया। स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा अत्यंत कठिन यात्राओं में से एक है और केवल वही लोग इसे पूरी कर पाते हैं, जिन्हें भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस अवसर पर खेरेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष गेहराज सिंह, देवेंद्र चौहान, तेजवीर सिंह जादौन, धीरू ठाकुर, ठाकुर राहुल सिंह, पवन तिवारी, जितेंद्र गोविल, शिब्बू अग्रवाल, रजनीश वार्ष्णेय, नवीन चौधरी, रवि शास्त्री और शिवम शास्त्री समेत बड़ी संख्या में भक्त और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।