देहदान कर्त्तव्य संस्था ने 106वें नेत्रदान के अंतर्गत अलीगढ़ के प्रतिष्ठित परिवार ने 89 वर्षीय पुष्पा देवी माता डॉ. केके वार्ष्णेय व डॉ. पवन वार्ष्णेय का नेत्रदान सौहार्दपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक संपन्न कराया। संस्था के सदस्य भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार संस्था के अध्यक्ष डॉ. एसके गौड़ को सुबह डॉ. अवंजला द्वारा सूचना मिली कि नेत्रदान अनिवार्य है। तत्परता दिखाते हुए जेएन मेडिकल कॉलेज नेत्र विभाग के रजत सक्सैना को तुरंत सूचित कर आवश्यक व्यवस्था की गई। इस अवसर पर सचिव डॉ. जयंत शर्मा ने बताया कि यह परिवार पूर्व से ही नेत्रदान के प्रति जागरूक रहा है। उन्होंने समाज के अन्य लोगों से भी अपील की कि वे किसी भी मृत्यु के समय संस्था को तत्परता से सूचित करें। संस्था के अध्यक्ष डॉ एस के गौड़ ने पुष्पा देवी जी के परिजनों के इस अनूठे कदम को साधुवाद देते हुए कहा कि यह पुण्य कर्म न केवल मानवता की मिसाल है, बल्कि दानी का अमरत्व भी सुनिश्चित करता है। इस अवसर पर भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक, एडवोकेट अनिल राज गुप्ता, डॉ. दिव्या चौधरी, डॉ. विनोद, डॉ. मनोज आर्या, डॉ. प्रशांत शुक्ला, डॉ. जाली वार्ष्णेय, डॉ. रोहित, डॉ. मुकल, प्रोफेसर एके अमिताव, प्रोफेसर जिया सिद्दीकी, डॉ. मुहम्मद शाकिब, डॉ. शशांक, डॉ. ललितेश सहित अनेक सहयोगी उपस्थित रहे।