समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह ने वर्तमान सांसद और सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपए के लोन माफ करने में दरियादिली दिखा रही है, लेकिन बाढ़ग्रस्त किसानों और मजदूरों की बरबादी का मुआवजा देने या कर्ज माफ करने में कंजूसी कर रही है। चौधरी बिजेंद्र सिंह ने सवाल उठाया कि गंगा-यमुना के तटबंध मजबूत करने और बाढ़ से बचाव के लिए क्या ठोस प्रयास किए गए हैं। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में कुल 70 करोड़ रुपए खर्च कर तटबंध बनाए गए थे, जो आज तक सहारा बने हैं। बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा कर उन्होंने बताया कि हालात बद से भी ज्यादा बदतर हो चुके हैं। लेकिन अभी तक सरकारी टीम केवल सर्वे का इंतजार कर रही है। उन्होंने बताया कि इसी लापरवाही के चलते गंगा-यमुना खादर की वेशकीमती जमीन गैर जनपदों में चली जाती है, जिससे विवाद भी बढ़ते हैं। चौधरी बिजेंद्र सिंह ने सभी जनप्रतिनिधियों से सवाल किया कि क्यों इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा। प्रेसवार्ता के मौके पर समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव फुरकान मिर्जा भी मौजूद रहे।