मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि विकासखण्ड इगलास के दो गांवों में लम्पी स्किन डिजीज के लक्षण मिलने पर एपीसेंटर बनाकर टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। जिले में कुल 2800 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। सभी गौआश्रय स्थलों में भी लम्पी रोग टीकाकरण जारी है। उन्होंने कहा कि लम्पी रोग एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो मच्छर, मक्खी और खून चूसने वाले कीटों से फैलती है। स्वस्थ पशु और संक्रमित पशु को अलग रखना, कीटनाशक का छिड़काव व समय पर टीकाकरण जरूरी है। जिले में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध हैं।