शुक्रवार से शुरू हो रहा भाद्रपद (भादों) का माह:पं.हृदय रंजन शर्मा
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हिंदी पंचांग के अनुसार साल के छठे महीने को भाद्रपद अथवा भादों का महीना कहा जाता है। ये श्रावण माह के बाद और आश्विन माह से पहले आता है। ये चतुर्मास का दूसरा महीना माना जाता है। सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित है तो भादों को श्रीकृष्ण और गणेश जी का महीना माना जाता है। इस माह में श्री कृष्ण जन्माष्टमी और अनंत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। सावन पूर्णिमा, राखी के दिन सावन मास की समाप्ति के बाद 01सितंबर से भाद्रपद मास की शुरूआत होगी, ये 29 सितम्बर 2023 तक चलेगा।
इस बार भाद्रपद महीना शनिवार दिन से शुरू होगा और शनिवार के दिन ही समाप्त होगा।
भादों मास को भक्ति और मुक्ति का मास माना जाता है।
भाद्र का अर्थ है- कल्याण करने वाला भाद्रपद का अर्थ है – भद्र परिणाम देने वाले व्रतों का महीना। यह महीना लोगों को व्रत, उपवास, नियम तथा निष्ठा का पालन करवाता है।
भाद्रपद के महीने में पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। इससे मन और शरीर की स्थिति उत्तम बनी रहती है। यह महीना लोगों को व्रत, उपवास, नियम तथा निष्ठा का पालन करवाता है अपनी गलतियों को याद करके उनका प्रायश्चित करने के लिए यह सर्वोत्तम महीना है।
मन को शुद्ध करने और पवित्र भाव भरने में यह महीना काफी कारगर है। इसी महीने में गणेश चतुर्थी का बड़ा पर्व मनाया जाता है। श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव और कलंक चतुर्थी भी इसी महीने में आती है।

♦️भाद्रपद मास के नियम और सावधानियां क्या हैं ?

इस महीने में कच्ची चीजें खाने से परहेज करें।
दही का प्रयोग करना पूर्ण रूप से वर्जित है।
इस महीने में रक्तचाप बढ़ने की सम्भावना होती है, इसका ध्यान रखना चाहिए।
शीतल जल से दोनों समय स्नान करें, ताकि आलस्य दूर हो पाए।
भगवान कृष्ण को तुलसी दल अर्पित करना और तुलसी दल को चाय या दूध में उबालकर पीना अच्छा होगा।

भाद्रपद मास के व्रत और त्यौहार कौन कौन से हैं ?

इस महीने में गणेश चतुर्थी और गणेश महोत्सव का पर्व आता है
इसी महीने में श्रीकृष्ण, बलराम और राधा का जन्मोत्सव भी आता है।
इस महीने में महिलाओं के सौभाग्य का पर्व कज्जली तीज और हरितालिका तीज आती है।
इसी महीने में अनंत पुण्य प्राप्त करने का पर्व “अनंत चतुर्दशी” भी आती है।

इस माह में श्रीकृष्ण की कृपा कैसे मिलेगी ?

इस महीने दही का प्रयोग तो वर्जित है ही परन्तु अगर पूरे माह श्री कृष्ण को पंचामृत से स्नान कराया जाए तो तमाम मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
जिन लोगों को संतान सुख नहीं है, उन लोगों को इस माह या तो कृष्ण का जन्म कराना चाहिए या कृष्ण जी के जन्मोत्सव में शामिल होना चाहिए।
इस महीने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए श्रीमदभगवदगीता का पाठ शुभ परिणाम देता है।
इस महीने में लड्डू गोपाल और शंख की स्थापना से घर में धन और सम्पन्नता आती है।

♦️भगवान् गणेश के आशीर्वाद के लिए इस माह क्या करें ?

विद्या, बुद्धि और ज्ञान के लिए इस माह श्री गणेश की उपासना करें।
पीले रंग के भगवान् गणेश की स्थापना करें।
नित्य प्रातः उनको दूर्वा, सिंदूर चढ़ा कर मोदक का भोग लगायें।
पूरे माह सात्विक रहें।

हर प्रकार की बाधा का नाश होगा

अगर जीवन में कोई खराब ग्रह-दशा आने वाली हो तोजिस ग्रह की खराब दशा आने वाली हो, उस ग्रह के सम्बंधित दिन उपवास रखें।उस दिन शिवलिंग पर उस ग्रह से सम्बंधित वस्तु अर्पित करें।इसके बाद ” ऊँ नमः शिवाय” की 11 माला जप करें।ग्रह दशा का प्रभाव खराब नहीं रह जाएगा।

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