जनपद अलीगढ़ के गांव जवां में उस समय हड़कंप मच गया जब एक तेंदुआ गांव में घुस आया और । उसने एक बच्चे के ऊपर हमला करदिया , जिससे बच्चा घायल हो गया। ग्रामीणों ने तेंदुआ को एक कमरे में बंद कर दिया है। पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंच गई है। 12 घंटे के रेस्कयू के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ लिया।आज सुबह 8.30 बजे के लगभग कुछ ग्रामीण खेत में आग ताप रहे थे। उन्होंने गेंहू के एक खेत में कुछ हलचल देखकर 15 वर्षीय विशाल पुत्र गणेश को पशु भगाने के लिए भेजा। बच्चा जैसे ही खेत में पहुंचा, वहां पर तेंदुआ लेटा हुआ था। बच्चे ने तेंदुआ को एक पत्थर का टुकड़ा उठाकर मार दिया। तेंदुआ ने बच्चे पर हमला बोल दिया। जिससे बच्चा घायल हो गया। बच्चे की आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे। उन्हें देखकर तेंदुआ गांव की ओर भागा। कुछ दरवाजे बंद थे। प्रेम मुरारी पुत्र देवी शरण के एक कमरे का दरवाजा खुला हुआ था, तेंदुआ उसमें घुस गया। ग्रामीणों ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। उस घर के सदस्यों ने रसोईघर में बंद होकर अपनी जान बचाई।वन विभाग की टीम गांव में पहुंची। तेंदुआ काबू में न आने पर इटावा सफारी वाइल्ड लाइफ की टीम और अलीगढ़ मंडल के चारों जिलों के डीएफओ के निर्देशन में तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रयास किया गया। टीम ने कमरे के बाहर से ही तेंदुआ को बेहोशी के इंजेक्शन दिए। जिससे तेंदुआ बेहोश हो गया। लगभग 12 घंटे के बाद रात आठ बजे तेंदुआ को बेहोश कर पकड़ा गया।
मंडलीय वन अधिकारी अदिति शर्मा ने बताया कि तेंदुआ को पकड़ कर पिंजड़े में बंद कर दिया गया है। तेंदुआ को कहीं सुरक्षित जगह छोड़ने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। वहां से जबाव आने पर ही तेंदुआ को छोड़ा जाएगा।