उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के दर्जनों वरिष्ठ पदाधिकारी का प्रतिनिधि मंडल सतीश माहेश्वरी की अगुवाई में एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 डा एसएस तिवारी से 12 बिंदु के मांग पत्र के साथ वार्ता करने तालानगरी जीएसटी कार्यालय पर पहुंचा।अधिकारियो की ओर से विभा पांडे, रेणु कुमारी, गुलाब चंद ज्वाइंट कमिश्नर, बाम देव त्रिपाठी, आरके सिंह, रईस अख्तर, रामसेवक प्रसाद डिप्टी कमिश्नर के अलावा सभी खंड के दर्जन अधिकारी मौजूद थे। सतीश माहेश्वरी ने व्यापारियों ने नोटिसों में गलत नियत से दूषित भावना से रूल 99(1), रूल 142a का उल्लघ्न के लिखित दर्जनों सबूत दिए। विभाग के सर्कुलर 183/193 का पालन न कर जबरदस्ती आईटीसी मिसमैच बना दी जा रही है, समय सीमा में नोटिसों का गलत भावना से निस्तारण न होने होने पर व्यापारी बहुत भड़के। जब सतीश माहेश्वरी अध्यक्ष ने कितने ऐसे नोटिस प्रस्तुत किए जहां अधिकारियो ने बना किसी मिसमैच के नोटिस जारी किए है। खंड अधिकारियो के हाथ पाव फूल गए। नोटिसों में नियम विरुद्ध लगा कर दुनिया भर की जानकारी मागते है, जो बिलकुल नियम विरुद्ध है। नॉन मोटराइज्ड वाहन से शहरी सीमा में माल आने के कारण भी ई वे बिल की आवश्कता पर व्यापारी नेता संजय वार्ष्णेय ने बहुत विरोध किया। ओपी राठी चेयरमैन ने कहा कि खंड अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे है, यहां तक कि वे राज्य कमिश्नर के आदेश भी नही मानते। कहा की अगर अधिकारी अपने को 8 दिन में नही सुधारेंगे तो व्यापार मंडल भारी आंदोलन करेगा। डा. एसएस तिवारी एडिशनल कमिश्नर ने व्यापार मंडल के साथ बैठक में व बाद में अलग से भी यह आश्वाशन दिया कि वे एक सप्ताह में मांगपत्र की मांगों पर खंड अधिकारियो को कार्यालय आदेश जारी कर प्रतिलिपि व्यापार मंडल को भी देंगे।