अलीगढ़। विकास क्षेत्र लोधा के अन्तर्गत कम्पोजिट विद्यालय बिनूपुर में शनिवार को नेशनल स्पेस डे के अवसर पर अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्रधानाध्यापक महेश चन्द्र ने की। उन्होंने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान की महत्ता से परिचित कराना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करना है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे क्षेत्रों में विद्यार्थी अपनी प्रतिभा निखारें।प्रधानाध्यापिका प्रमिला आर्य ने विद्यार्थियों को भारत के अंतरिक्ष अभियानों, चंद्रयान और गगनयान जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं से अवगत होने का आह्वान किया। सहायक अध्यापिका ममता ने इसरो की स्थापना (1969) से लेकर अब तक भारत की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि आर्यभट्ट, चंद्रयान, मंगलयान जैसे मिशनों ने भारत की अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है। रश्मि चौधरी ने अंतरिक्ष विज्ञान की उपयोगिता बताते हुए कहा कि यह न केवल ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज करता है, बल्कि मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण और संचार जैसे क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी योगदान दे रहा है। कार्यक्रम में निवेदिता वार्ष्णेय, हिमानी, सुरेन्द्रपाल सिंह, पूजा माहौर सहित अनेक शिक्षक-शिक्षिकाएँ उपस्थित रहीं।