दंडाधिकारी भगवान शनि देव की राशि कुंभ में लगने वाले खग्रासचंद्र ग्रहण पर जानकारी देते हुए पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि 7 सितंबर 2025 भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा दिन रविवार को भारतीय समयानुसार खग्रासचंद्र ग्रहण का विरल छाया में प्रवेश रात्रि 8:58 से ,स्पर्श रात्रि 9:57 मिनट से सम्मिलन रात्रि 11:01 पर, रात्रि 11:42 पर उन्मिलन रात्रि 11:30 पर, मोक्ष रात्रि 1:27 पर होगा। विरल छाया निर्गम 2: 25 मिनट पर होगा। 7 सितंबर पूर्णिमा को लगने वाला खग्रास चंद्र ग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में दिखाई देगा। यह दक्षिण पश्चिम की ओर से ग्रसित होकर उत्तर पूर्व की और मोक्ष को प्राप्त होगा। यह खग्रास चंद्रग्रहण भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा। इस दुर्लभ घटना के दौरान चंद्रमा लाल और तांबे के रंग में चमकते हुए एक आकर्षक स्थिति में दिखाई देगा। इसे ब्लड़ मून कहा जाता है। इस दिन पूर्णिमा व्रत करने वाले व्रती लोग केवल दोपहर 12:40 तक पूजा कर सकते हैं। इस चंद्र ग्रहण का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। इस बार पंचक 6 सितंबर दिवाकाल 11:21 से प्रारंभ हो जाएंगे, जो 10 सितंबर सांयकाल 4:30 तक मान्य होंगे।