अनंत चतुर्दशी व्रत पर पंडित हृदय रंजन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अनंत चतुर्दशी तिथि शनिवार 5 सितंबर की रात्रि 3 बजकर 13 मिनट से शुरू होकर 6 सितंबर की रात्रि 1 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगी। अनंत चतुर्दशी पूजा का शुभ मुहूर्त 6 सितंबर को सुबह 6:09 बजे से शाम 6:24 बजे तक रहेगा। इसलिए यह व्रत 6 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इसमें आप प्रात:काल स्नानादि नित्यकर्मों से निवृत्त होकर कलश स्थापना करें। कलश पर अष्टदल कमल के समान बने बर्तन में कुश से निर्मित अनंत की स्थापना की जाती है। इसके आगे कुंकुम, केसर या हल्दी से रंग कर बनाया हुआ चौदह गांठों वाला अनंत रखा जाता है। कुश के अनंत की वंदना, भगवान विष्णु का आह्वान करके ध्यान करें। इसके बाद गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से पूजन करें।