सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान में जिलाधिकारी संजीव रंजन की सख्ती का असर दिखाई देने लगा है। गत सप्ताह हुई समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने बैंकों द्वारा बिना कारण बड़े पैमाने पर आवेदन निरस्त करने पर नाराजगी जताई थी और सभी प्रमुख बैंकों को लक्ष्य निर्धारित किए थे। आज संयुक्त आयुक्त उद्योग अलीगढ़ मंडल बीरेंद्र कुमार ने योजना की पुनः समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि सर्वाधिक ऋण वितरण पंजाब नेशनल बैंक ने किया। जबकि भारतीय स्टेट बैंक ने स्वयं 65 आवेदन पत्र तैयार कर प्रस्तुत किए। एसबीआई के सहायक महाप्रबंधक हेमराज ने भरोसा दिलाया कि निर्धारित मासिक लक्ष्य अवश्य पूरे किए जाएंगे। समीक्षा में ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त और एचडीएफसी बैंक की स्थिति सबसे कमजोर पाई गई। केनरा बैंक प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में कोई आवेदन बिना उचित कारण निरस्त नहीं किया जाएगा।