जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में आज कलैक्ट्रेट सभागार में खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय प्रशासन की जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। डीएम ने स्पष्ट कहा कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। बैठक में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बनाए रखने, मिलावटखोरी पर रोक लगाने और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने से जुड़े बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। डीएम ने सभी कोल्ड स्टोरेज, आंगनबाड़ी केंद्रों और खाद्य इकाइयों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा दीनानाथ यादव ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 1829 निरीक्षण किए गए और 560 नमूनों में से 134 अधोमानक, 36 असुरक्षित व 4 मिथ्याछाप पाए गए। न्याय निर्णायक अधिकारी ने 184 मामलों में निर्णय देकर कुल 70,56,500 रुपए का अर्थदंड अधिरोपित किया। साथ ही मिलावटी दूध की बिक्री रोकने के लिए 119 निरीक्षण, 23 छापे और 53 नमूने एकत्र किए गए। औषधि निरीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि चालू वर्ष में औषधि अनुभाग द्वारा 337 निरीक्षण, 7 छापेमार कार्यवाही कर 100 नमूनें विभिन्न दवा प्रतिष्ठानों से एकत्रित किये गये। बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी डीके गुप्ता, डीपीआरओ यतेन्द्र सिंह, डीएचओ शिवानी तोमर, जिलाध्यक्ष कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोशिएशन शैलेन्द्र सिंह टिल्लू, उद्यमी चन्द्र शेखर शर्मा समेत अन्य संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।