सिविल लाइंस पुलिस ने गुरुवार को एएमयू छात्र को पिस्टल तस्करी में दबोचा है। छात्र थार गाड़ी से पिस्टल बेचने जा रहा था। आरोपित ने पुलिस को दो लोगों के नाम भी बताए, जिनसे पिस्टल खरीदता था। इनकी तलाश में पुलिस जुटी है। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि अवैध शस्त्रों की बिक्री की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को सिविल लाइन थाने के इंस्पेक्टर राजीव कुमार, एसआइ शिवप्रसाद सिंह व जितेंद्र कुमार धामा की टीम वीएम हाल के पास चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान जमालपुर नवी नगर निवासी कासिम मलिक को गिरफ्तार किया, जो बिना नंबर की थार कार से जा रहा था। इसके पास से 32 बोर की पिस्टल व कारतूस बरामद हुआ। आरोपित ने बताया कि वह एएमयू में एमए हिस्ट्री प्रथम वर्ष का छात्र है। उसने पिस्टल जीवनगढ़ के एक व्यक्ति से खरीदी थी। कहा कि पिस्टल खरीदने व बेचने का कार्य करता हूं। थार गाड़ी अपने जानने वाले से पिस्टल बेचने के लिए ली है। गाड़ी की नंबर प्लेट पुलिस व चालान से बचने के लिए हटा रखी है। इंस्पेक्टर के अनुसार आरोपित को जेल भेज दिया है। इसके विरुद्ध देहलीगेट थाने में भी मुकदमा पंजीकृत है। पहले भी जेल जा चुका है। आरोपित 30 हजार रुपये में पिस्टल खरीदकर 35 से 40 हजार रुपये में बेच देता था। उसने जीवनगढ़ के व्यक्ति के अलावा एक और नाम बताया है, जिनसे पिस्टल खरीदता था। उनकी तलाश की जा रही है। कार को सीज कर दिया है, जो आरोपित ने किसी से खरीदी थी। आरोपित किन लोगों को पिस्टल बेचता था इसकी भी जानकारी की जा रही है